Shodashi No Further a Mystery
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एकान्ते योगिवृन्दैः प्रशमितकरणैः क्षुत्पिपासाविमुक्तैः
सा नित्यं रोगशान्त्यै प्रभवतु ललिताधीश्वरी चित्प्रकाशा ॥८॥
देयान्मे शुभवस्त्रा करचलवलया वल्लकीं वादयन्ती ॥१॥
Shiva applied the ashes, and adjacent mud to again form Kama. Then, with their yogic powers, they breathed daily life into Kama in such a way that he was animated and very effective at sadhana. As Kama ongoing his sadhana, he gradually received power above Other people. Fully aware on the prospective for troubles, Shiva played together. When Shiva was requested by Kama for your boon to have 50 % of the power of his adversaries, Shiva granted it.
The devotion to Goddess Shodashi is a harmonious combination of the pursuit of magnificence and The hunt for enlightenment.
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
हरार्धभागनिलयामम्बामद्रिसुतां मृडाम् ।
The above mentioned a person is not a Tale but a legend as well as a point since the human being blessed by Sodhashi Tripur Sundari, he becomes the regal particular person. He achieves anything due to his knowledge, want and workmanship.
या देवी दृष्टिपातैः पुनरपि मदनं जीवयामास सद्यः
हस्ते पाश-गदादि-शस्त्र-निचयं दीप्तं वहन्तीभिः
Philosophically, she symbolizes the spiritual journey from ignorance to enlightenment and is particularly linked click here to the supreme cosmic electricity.
कामाक्षीं कामितानां वितरणचतुरां चेतसा भावयामि ॥७॥
सा देवी कर्मबन्धं मम भवकरणं नाश्यत्वादिशक्तिः ॥३॥
बिभ्राणा वृन्दमम्बा विशदयतु मतिं मामकीनां महेशी ॥१२॥